क्या है असली दिवाली त्योहार ?


इंडिया हमारा देश है । हमारे देश में सभी लोग कही सारे त्योहार मनाते है । आप भी उन में से एक हो, जो कही सारे त्योहार का आंनद अपने फैमिली , रिश्तेदारों के साथ मनाते हो । लेकिन दीवाली को हम सबसे बड़ा त्योहार मानते है , जो कि हम सभीको आनंद , प्यार , एकता को ध्यान में लेकर मनाते है । बच्चे फटाके , नए कपड़े , घर पर मिठाईया .... सब साथ मिलते है , happy family का दिन बोले तो दिवाली ।  हा में भी दिवाली मनाता हु , आप भी मनाते हो । मुझे खुशी है , की हम किसी त्योहार को पूरे दिल से मानते हैं ।

लेकिन मुझे आज तक पता नही चल पाया कि , क्या सच्ची में दिवाली हम सभी के लिए एक त्योहार है ,जो कि हर घर में खुशियां लाता है । तो मैं कहूंगा नही , त्योहार की defination ही गलत है ।



त्योहार याने अपने सुख-दुःख बाटना , अगर आपके सामने वाला आदमी खुश नही है तो उसे मनाना , घर पर कुछ पकवान बने तो , किसी भूके को निवाला देना , हर आदमी को मान देना , अगर आपको कोई गलत करते दिखे तो उसे रोकना , सिधे बात में बात करूं बोला तो सिर्फ यूनिटी बनाये रखना , भेदभाव को दूर रखकर अपनी बातों , आखो , हातो को कोई नेक काम के लिए इस्तमाल करना । 

जो कि आपको हर पल खुश रखेंगा । 

अब बात करते है main topic पर , क्या आप असली दिवाली मना रहे हो ? क्या आप खुश हो ? क्या आप के देश में सभी सही चल रहा है ?

इसका सीधा answer [ हा / ना ] आपको इस पोस्ट के आखिर में दो मिनट सोचकर बताना है । आपको यूट्यूब पर हजारों video देखने मैं मज्जा आता है , लेकिन ये पोस्ट पड़े बिना नही जाना । PLEASE ....

हम सोचते है कि दिवाली त्योहार है । अब मैं जो लिख रहा हु , ध्यान से पढ़ना । दिवाली किसीके लिये त्योहार है , किसीके लिए बिसनेस , किसीके लिए सिर्फ याद ..... तीन catagories में लोग हम गिनेंगे ।

पहला # दिवाली किसीके लिए त्योहार है 


जिसके घर फटाके , लाइटिंग , पकवान , रिश्तेदार , सभीकी शॉपिंग होती है ,उनकी generally दीवाली त्योहार की तरह होती है । जिनको दिवाली बोनस मिलता ,उनके चेहरे पर भी एक खुशी दिखती है । आपने बच्चो को खुश देखकर कही फैमिलीज़ भी खुश होती है । इसके लिए त्योहार होता है दिवाली ।

दूसरा # दिवाली किसीके लिए बिसनेस होता है 


Online शॉपिंग holders की तो चांदी चांदी होती  ,  hotels में भी मिठाइयां खूब बिकती है । डेकोरेशन वाले भी क्या खूब कमाते है । और आखिर में आते है , फटाके के दुकान लगाकर कमाने वाले , जो कि ढेरो पैसे कमाकर जाते  है।

तीसरा # दिवाली किसीके लिए  याद रह जाती है 


छोटे दुकानदार , अनाथ बच्चे , आपके सेवा में तैनात भारतीय सेना , हर वो फैमली जो आज कमाए तो कल जियेंगे ,इस condition में होने वाले लोग , वही गाँव वाले जो शहर की  खुशी को नही देख पाते ...उनको छोड़ो ,गांव के छोटे बच्चे दो फटाके जलाकर दीवाली मनाते है । हर वो फैमिली जो एक होकर भी अलग अलग दीवाली मानते है । क्या आप दिवाली मना रहे हो ।

मुझे एक बात समझ आती है ।त्योहार सभीके लिए एक समान है । तो फिर ...क्या दीवाली उस ही घर में होंगी जिस घर में सभी खुशाली है ? क्या दीवाली को दिये उस ही घर में जल ने चाहिए जहां तेल की कमी न हो ? क्या दीवाली वही रहेंगी ..जहां पर corruption को बढ़ावा मिलता है । 

दीवाली हर घर में होनी चाहिए वोभी समान ....

#अगर सामने वाले के पास दो फटाके कम है तो उसे दो ।
#अगर सामने वाले के पास दीवाली का तौफा ना हो या उसके पास उतना पैसा ना होतो थोड़ा शेयर करो ।
#दो कपड़े लेने के जगह दो कंबल एक रोड साइड सोने वाले गरीब को दो ।
#घर पर स्पेशल बना हो तो ...किसीको आगे रखा नसीब नही होता ये ध्यान में रख कर उस खानेको आदर दो , दो निवाले कम जाए पेट में तो चलेगा  लेकिन सामने वाले को देना सीखो ।
# किसीको बड़ा छोटा ना समज कर समानता रको ।

दिवाली इतनी खुशी से गुजर जाएंगी आपको हवा भी नही लगेंगी ।


सभी को हैप्पी दिवाली । 
Have each person get a special shine of light in his life ....


Shine a lights in blind mind
Every diwali wishes a good life 
Treat everyone with positive side
And again wish you happy Diwali 


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जय महाराष्ट्र , जय भारत , 

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